ॐ बगलामुख्यै च विद्महे स्तम्भिन्यै च धीमहि तन्नो बागला प्रचोदयात “ૐ ह्रीं बगलामुखी सर्वं ध्रुवं वाचं मुखं पदं स्तम्भया जीवाहं किलोक् किलोक बनसाय ह्रीं ॐ स्वाहा” नोट : रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जप करें. The best the perfect time to chant the baglamukhi mantras is early early https://baglamukhi51731.blogitright.com/32342777/new-step-by-step-map-for-baglamukhi-beej-mantra