★ जब राजकर्मचारी दन्तुल ने मल्लिका और कालिदास को अपनी तीखी तलवार से भयभीत करते हुए मृग-शावक की प्राप्ति के लिए दुराग्रह किया तो मल्लिका ने उत्तर दिया: “ठहरो राजपुरुष ! ★ कालिदास एक दिन उज्जैन के पर्वत शिखरों की मनोहारिणी छटा को निहार कर मुग्ध हो गए थे। https://harvardcasestudyhelp02313.mybjjblog.com/a-secret-weapon-for-help-with-case-study-48543163